7-सुशीला शिवराण
मेंहदी, चूड़ी
सजी है सुहागन
चाँद निहारे !
2
चाँद को अर्घ्य
अखंड हो सुहाग
कहे सजनी ।
3
शृंगार मेरा
पिया तेरी ही प्रीत
शेष है रीत !
4
सजा मेंहदी
बिंदी, कजरा, माँग
पूजूँ मैं चाँद ।
5
रची मेंहदी
सुर्ख रंग में बसा
पिया का प्यार !
6
चंदा की उम्र
लगे मेरे चाँद को
होंठों पे दुआ !
-0-
8-डॉ सरस्वती माथुर
1
अनंत प्यार
चाँद से छनता है
चौथ की रात ।
2
पति– पत्नी का
सम्बन्ध अनुपम
चाँद है साक्षी ।
पिया को देख
सजनी की आँखों में
चाँद उतरा ।
4
नभ के भाल
चाँद बिंदिया सजा
चौथ है आई ।
5
प्रेम के तार
चाँद से बरसाते
रस -फुहार ।
6
चाँद देखेंगे
रेशमी छलनी से
चांदनी छान
7
चाँद के तार
खींच लाएँगे आज
पिया का प्यार
8
करवा चौथ
बंधन अनमोल
पिया हैं पास ।
9
चाँद रस में
नहा कर आता है
करवा पर्व l
-0-
9-अनिता ललित
1
केसरिया है चाँद ,
प्यारा सलोना !
2
देखूँ अक्सर
यूँ तो फलक पर
प्यारा -सा चाँद !
3
आज निहारूँ,
बसाए अँखियों में
मैं ‘दो दो’ चाँद !
4
बनी आईना
बसे मोरी अँखियाँ
आज ‘दो’ चाँद !
5
पूजा की थाली
सजे प्यार विश्वास
कुंकुमी आस!
6
लाल किरण,
माँग में है चमके,
पिया मुस्काए !
7
माथे पे मेरी
उगे सिंदूरी चाँद
दिया लजाए !
8
खनके चूड़ी,
मेहन्दी रचे हाथ
पूजा का थाल !
9
लाल चूनर,
मेरी माँग सजाना
तुम्हीं सजन !
10
सजा के मुझे,
अपने हाथों पिया…
करना विदा !
-0-
10-ज्योतिर्मयी पन्त
1
करवा पूजन
थाल सजे हाथों में
सन्ध्या– समय ।
2
पति का साथ
अखंड हो सौभाग्य
पूजें करवा ।
3
सजी मेंहदी
सोलह शृंगार से
शोभित प्रिया।
4
चलनी मध्य
चन्द्र – दर्शन मिले
दीर्घायु पति .
5
सुन्दरवर
सुहाग हेतु करें
कन्या भी व्रत .
6
कथा-श्रवण
निर्जल निराहार
सुहाग चाह।
7
सजीपत्नियाँ
प्रतीक्षाचंद्रोदयकी
वोइठलाये .
8
पति के हेतु
पत्नी का अनुराग
करवा पूजा
-0-
11-कृष्णा वर्मा
1
माँग सिंदूर
माथे पे कुमकुम
हँसे सदैव।
2
चूड़ी बिंदिया
पायल मैंहदी ही
सुख संसार।
3
प्रीत पिया की
बने मेरा गहना
दमकूँ नित।
4
चाँद उतरे
आज हर अँगना
बनके खुशी।
5
चाँद धरा का
जिए चंद्रमा संग
जनमों तक।
6
चौथ ने आके
सजाई सौभाग्य की
सिंदूरी आस।
7
सजे सदा ही
तेरे प्रीत चिह्नों से
मेरा सौभाग्य।
8
करवाचौथ
खिले हैं दो-दो चाँद
सदके जाऊँ।
9
रोशन रहे
नित चाँद धरा का
यही कामना।
10
भाग्य का चाँद
रखना आलोकित
माँ गौरा तुम।
-0-
मेंहदी, चूड़ी
सजी है सुहागन
चाँद निहारे !
चाँद देखेंगे
रेशमी छलनी से
चांदनी छान
सुन्दर हाइकु सुशीला जी, सरस्वती जी बधाई।
By: कृष्णा वर्मा on नवम्बर 2, 2012
at 7:49 पूर्वाह्न
चाँद को अर्घ्य
अखंड हो सुहाग
कहे सजनी ।….
चाँद देखेंगे
रेशमी छलनी से
चांदनी छान…….बहुत सुन्दर ….हर सजनी के मन की चाह …बहुत बहुत शुभ कामनाएँ…!!
By: ज्योत्स्ना शर्मा on नवम्बर 2, 2012
at 3:07 अपराह्न
Bahut pyare haiku sabhi ko hardik badhai..
By: Dr.Bhawna on नवम्बर 2, 2012
at 5:26 अपराह्न
बहुत ही सुंदर हाइकु। सभी को हार्दिक बधाई और करवाचौथ की शुभकामनाएँ !
By: Sushila on नवम्बर 2, 2012
at 11:29 अपराह्न
करवा चौथ पर केन्द्रित सभी हाइकु सुन्दर है सभी रचनाकारों को करवा चौथ की शुभकामनाएं ……
By: ramadwivedi on नवम्बर 3, 2012
at 4:53 पूर्वाह्न
करवा पर्व पर सभी के सुंदर श्रृंगारित हाइकू मन भाये….बधाई !
मेरे हाइकू शामिल करने के लिए बहुत बहुत आभार !
डॉ सरस्वती माथुर
By: Dr Saraswati Mathur on नवम्बर 3, 2012
at 1:24 अपराह्न