Posted by: हरदीप कौर संधु | अक्टूबर 31, 2012

हैलोविन


पश्चिमी देशों में प्राचीन समय से हैलोविन त्योहार के समय पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए ये दिन मनाया जाता है । लोगों का मानना है कि अगर  आत्माएँ नाराज़ हो जाएँ तो बहुत नुकसान होता है । 31 अक्तूबर को बच्चे भूत – प्रेतों के मुखौटे लगाकर घर- घर माँगने जाते हैं । लोग इस दिन दान करना शुभ मानते हैं ।

1.

लगा मुखौटे 

यूँ बच्चों की टोलियाँ 

माँगने आईं  ।
2.

ट्रीट टाफियाँ 

हैलोविन की शाम 

बच्चे चाहते 
3.

धुँधली शाम 

गली मुहल्ले होता 

भूतों का नाच ।

 

डॉ हरदीप कौर सन्धु

 

 


प्रतिक्रियाएँ

  1. जिस तरह से आप लोग देश विदेश के तीज त्योहारों से हिंदी हाइकु को जोड़ रहे , वह बहुत प्रशंसनीय है…। आभार व बधाई…।

  2. “धुँधली शाम

    गली मुहल्ले होता
    भूतों का नाच ।”

    हैलोविन पर सुंदर हाइकू हरदीपजी के बधाई …डॉ सरस्वती माथुर


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