Posted by: रामेश्वर काम्बोज 'हिमांशु' | अप्रैल 28, 2023

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1-कमला निखुर्पा

कमला निखुर्पा

1

पूछे पहाड़

क्यों सूने हैं आँगन

बंद किवाड़ ?

2

नदी हैरान 

मैं तेरे आसपास 

फिर भी प्यास !

-0-

2-भीकम सिंह

bheekam singh

1

गोरा है आँधी 

शज़र शान्त खड़ा 

जैसे हो गांधी  ।

2

हवा में आई

गुंडई-सी रफ़्तार 

तोड़े हैं तार  ।

3

हवा दीवानी 

मेघ बरस गया 

वो तब जानी ।

4

आलस भरे

पुरवा दृग मींचे 

पेड़ों के नीचे  ।

5

रस्तों में धूल 

पछुवा ने उड़ाके

मारे ठहाके  ।

-0-

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Responses

  1. अत्यंत सुंदर सृजन 🌹🙏

  2. सुंदर हाइकु सृजन के लिए दोनों कवियों को हार्दिक बधाई!🌷

  3. बहुत सुंदर हाइकु..आप दोनों को हार्दिक बधाई।

  4. बहुत सुंदर हाइकु। कमला निखुर्पा जी एवं भीकम सिंह जी को हार्दिक बधाई

  5. अच्छे हाइकु -आप दोनों को हार्दिक बधाई।

  6. वाह,बहुत नए बिम्ब लाते हैं भीकम सिंह जी।कमला निखुर्पा जी के दोनो हाइकु प्रभावी हैं।दोनो हाइकुकारों को बधाई।

  7. बेहतरीन हाइकु के लिए आप दोनों को बहुत बधाई

  8. मनभावन हाइकु
    कमला जी एवं भीकम जी को बधाई

    गुंडई-सी रफ़्तार – अनूठा विशेषण

  9. आपके हाइकु की हमेशा प्रतीक्षा रहती है।
    सुंदर हाइकु

  10. बहुत सुंदर रचनाएँ, दोनों रचनाकरों को बधाई!

  11. मेरे हाइकु प्रकाशित करने के लिए सम्पादक द्वय का हार्दिक धन्यवाद और आत्मीय टिप्पणी के लिए आप सभी का हार्दिक आभार ।

  12. सुंदर रूपकों से सजे बहुत सुंदर हाइकु। आप दोनों को बधाई

  13. सुंदर रूपकों से सजे उम्दा हाइकु। आप दोनों को बधाई


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