– रश्मि विभा त्रिपाठी
1

करना प्यार
आऊँ जो दुनिया में
अगली बार।
2
मुझपे आई
आफत तो तुम्हीं ने
दुआ मनाई।
3
साथ हो खड़े
मेरे लिए तुम तो
सबसे बड़े!
4
तुम हो पास
अब कुछ भी नहीं
मुझको आस।
5
अब आया है
मेरा अच्छा समय
तुम्हें पाया है।
6
मुझको वह
मिला तबसे मेरे
बदले ग्रह।
7
उठी है हूक
क्या यादों का संदूक
तूने खोला है!
8
पुलकित मैं?
तुम सोचते सदा
मेरे हित में।
9
तुम्हीं ने ताना
मेरे लिए दुआ का
ये शामियाना।
10
प्यार की धुन
तुमने छेड़ दी, मिटे
अपशकुन।
11
पीड़ा पड़ी है
प्रेम की परिभाषा
तूने गढ़ी है।
-0-
कपिल कुमार
1.
शहरी लोग
गाँव छोड़के भूले
मिट्टी के चूल्हे।
2.
बिटोड़े खड़े
गाँव को घेरें ऐसे
प्रहरी जैसे।
3.
तारों की शादी
मेघ करें मुनादी
भू का भी न्यौता।
4.
रात में दूब
सोई, ओस ओढ़के
प्रभा छोड़के।
5.
कैसी ये रीत?
पलस्तर में गुम
मिट्टी की भीत।
6.
सूखा पोखर
गाँव के बीचोंबीच
खाता ठोकर।
-0-
विभय कुमार ‘दीपक’
वन
1
वनों की छटा
छाई हुई हरसू
पत्तों की घटा।
2
वृक्षों के आगे
हम सभी इंसान
लगते बौने।
3
जंगल वाले
सन्नाटे में भी होती
एक आवाज़ ।
4
हिरन देखे
छलांगे थे मारते
शोभा निराली ।
5
पत्थरों के बीच
कल-कल की ध्वनि
बहती नदी ।
6
वन-प्रांतर
वस्त्र हैं धरती के
लाज ढकते।
7
पेड़ों के बीच
सरसराती हवा
डराती तो है ।
8
वन में देखे
दीपक जुगनू के
जलते हुए ।
-0-
बी – 119, मेंहदौरी कालोनी
तेलियरगंज , प्रयागराज ( उ. प्र. )- 211004
Vibhai Kumar <vibhai.kumar26@gmail.com>
-0-
रश्मि विभा जी के प्रेम विषयक हाइकु हृदय को छूते हैं वहीं कपिल कुमार के हाइकु ग्राम्य जीवन के सजीव चित्र उपस्थित करते हैं।विभय कुमार दीपक जी के हाइकु प्रकृति के सुंदर हाइकु हैं।तीनों हाइकुकारों को बधाई।
By: शिवजी श्रीवास्तव on जनवरी 25, 2023
at 2:50 अपराह्न
तूने खोला है/क्या यादों का संदूक/ उठी है हूक, सूखा पोखर / गाँव के बीचों-बीच / खाता ठोकर ,वन में देखे / दीपक जुगनु के/ जलते हुए ••••सभी हाइकु बेहतरीन, हार्दिक शुभकामनाएँ ।
By: भीकम सिंह on जनवरी 25, 2023
at 3:17 अपराह्न
सुन्दर हाइकु के लिए बहुत बधाई आप सभी को
By: प्रियंका+गुप्ता on जनवरी 25, 2023
at 4:28 अपराह्न
अच्छे हाइकु-बधाई।
दृश्यों को शब्दांकित करने में हाइकु का कोई जवाब नहीं है।
आप तीनों को शुभकामनाएँ।
By: ramesh kumar soni on जनवरी 25, 2023
at 8:02 अपराह्न
बहुत ही बढ़िया हाइकु…आप तीनों को हार्दिक बधाई।
By: krishna verma on जनवरी 26, 2023
at 2:54 पूर्वाह्न
रश्मि जी , कपिल जी और विभय जी को सुंदर हाइकु रचने के हिये हार्दिक बधाई!
By: प्रीति अग्रवाल on जनवरी 26, 2023
at 5:26 पूर्वाह्न
आदरणीय कपिल जी और विभय जी के सुन्दर हाइकु।
हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएँ।
सादर
By: rashmivibhatripathi on जनवरी 26, 2023
at 5:06 अपराह्न
हाइकु प्रकाशन के लिए आदरणीय सम्पादक द्वय का हार्दिक आभार।
आप सभी आत्मीय जन की टिप्पणी की हृदय तल से आभारी हूँ।
सादर
By: rashmivibhatripathi on जनवरी 26, 2023
at 5:08 अपराह्न
वाहह!!! अद्भुत सृजन…. 🙏🙏🙏आप सभीको आंतरिक बधाई 🙏🌹
By: Anima Das on जनवरी 26, 2023
at 8:16 अपराह्न
एक से बढ़कर एक हाइकु
रश्मि जी, कपिल जी एवं विभय जी को सुंदर हाइकु सृजन के लिए बहुत बधाई
By: Dr. Purva Sharma on जनवरी 28, 2023
at 2:51 अपराह्न