1
साथ रहतीं
बहन की दुआएँ
हर साँस में ।
2
दूर बहना
सूनी रही कलाई
राह निहारे ।
3
पावन पर्व
रूठों को भी मनाता
पास है लाता ।
4
दूर या पास
साधारण है बात
स्नेह हो साथ ।
5
गहरे होते
कभी नहीं टूटते
रिश्ते प्यार के ।
6
अनूठा प्यार
है भाई बहन का
कम न होता ।
7
स्नेह के धागे
होते हैं मज़बूत
नहीं टूटते ।
-0-
2-सुशीला शिवराण
1
कच्चे धागों से
बँधे रिश्ते उम्र के
राखी-पर्व पे ।
2
सजी कलाई
बहना की दुआएँ
भाई ने पाईं ।
3
सीमा पे भाई
नयन नीर बहे
राखी जो आई ।
4
कच्चे सूत से
बँधी बादशाहतें
बोलें तारीखें ।
5
राखी की डोर
मज़हबों के पार
रूहों को बाँधे ।
6
राखी की लाज
रखना ओ भगवन्
फौज में भाई ।
7
माँ-बाबा कहें
पर्व सबसे प्यारा
सींचे नेह को ।
-0-
3-शैफाली गुप्ता
1
सजा रेशम
लौट आईं स्मृतियाँ
स्नेहिल पल ।
2
बाँधा है धागा
नाजुक है बड़ा ये
अमिट रिश्ता।
3
वादा है किया
रक्षा करे सदैव
भाई है प्यारा ।
4
भेजा संदेसा
बहना विदेस में
सजल नैन ।
5
सलोनी डोरी
कुमकुम का तिलक
भाई औ’ भाभी।
6
माँगे तोहफे
नटखट है रिश्ता
भैया-बहना।
7
कैसे मैं बाँधूँ
राखी मैं भैया, बैठी
परदेस में ।
-0-
4-कृष्णा वर्मा
1
तन्वी -सी तार
बाँधे भाई के हाथ
बहना प्यार।
2
परम्पराएँ
भाई-बहन संग
जीना सिखाएँ।
3
जोड़ने आए
बेशकीमती रिश्ता
राखी का पर्व।
4
बड़े ही सच्चे
अनोखी प्रीत बाँधें
ये धागे कच्चे।
5
कोमल धागा
दुआओं से सींचा है
कलाई बाँधा।
-0-
5-हरकीरत ‘हीर’
1
भेजा है धागा
बाँध कलाई पर
मान रखना ।
2
धागा नहीं ये
पावन से रिश्ते में
प्यार बाँधा है ।
3
छूटे न कभी
रिश्ता ये तेरा मेरा
नेह से भरा॥
4
तेरी दुआ से
दर्द से लड़ने का
बाँधा साहस ।
5
लम्बी उम्र की
दुआ है बहना की
भइया मेरे ।
-0-
सुन्दर समसामयिक हाइकु, पर्व विशेष पर जैसे रक्षा सूत्र बाँधते ,सभी विद्वान् मित्रों को रक्षा बंधन की शुभ कामनाएं। मंजुल भटनागर
By: Manjul Bhatnagar on अगस्त 20, 2013
at 11:41 पूर्वाह्न
शुक्रिया भाई साहब आज के दिन ये मान देने के लिए ……
आभार …!!
By: हरकीरत 'हीर' on अगस्त 20, 2013
at 3:23 अपराह्न
बहुत सुन्दर मधुर हाइकु ….हार्दिक शुभ कामनाएँ आप सभी के लिए !!
By: jyotsna sharma on अगस्त 20, 2013
at 7:52 अपराह्न
राखी के पावन अवसर पर सुन्दर हायकु के लिये आप सभी को हार्दिक शुभ्कामनाये ..:)
By: sunita agarwal on अगस्त 20, 2013
at 8:58 अपराह्न
rakhi ke parva par bhavmaya prastuti…..sab haiku manmohak………
By: jyotsanapardeep on अगस्त 20, 2013
at 10:22 अपराह्न
स्नेह में भीगे भावों को सभी रचनाकारों ने खूबसूरती से हाइकु में पिरोया है। बधाई एवं शुभकामनाएँ !
By: सुशीला श्योराण ’शील’ on अगस्त 21, 2013
at 12:12 पूर्वाह्न
आप सभी रचनाकारों के रक्षा बंधन के पावन त्यौहार से जुड़े हाइकु बहुत सुन्दर हैं। आप सभी को रक्षा बंधन की शुभकामनाएं देते हुए मुझे यही कहना है, ” रक्षा बंधन / कोई बंधन नहीं / यह फ़र्ज है। “
By: Subhash Lakhera on अगस्त 21, 2013
at 12:18 पूर्वाह्न
बहुत मनभावन…बधाई…|
By: प्रियंका गुप्ता on अगस्त 22, 2013
at 5:36 अपराह्न