1-अजय चरणं ( मुंगेर)
1
हवा के हाथों
पत्तों पे लिख भेजो
कब आओगे ?
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2-अनिरुद्ध प्रसाद ‘विमल’ (बाँका)
1
गली से गली
मौसम की ठिठोली
कोयल बोली ।
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3-अमिता -रीवा
1
कली चटकी
सूखा जो फूल, झरा
यही जीवन ।
-0-
4-अमितेन्द्र नाथ’अमित’ -बाँदा
1
खिले साँझ को
काश प्रात: खिलते
नेत्रकमल ।
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5-निर्मल ऐमा- जम्मू
1
सत्य अकेला
झूठ भीड़ में खड़ा
न्याय उदास ।
-0-
6-अवतंस रजनीश-रायबरेली
1
मैं और तुम
चले थे साथ-साथ
कहाँ खो गए !
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7-अशोक कुंगवानी-रीवा
1
काट ही बैठे
हाथ-पैर अपने
पेड़ काटके ।
-0-
8-अशोक गर्ग -गाज़ियाबाद
1
रूप- जवानी
किस पर ठहरा
बहता पानी ।
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9-अशोक प्रियदर्शी -राँची
1
खिला पुहुप
शिशु कोई किलका
सुबह हुई ।
-0-
10-आभा पूर्वे-भागलपुर
1
मौन तोड़ती
मेरे तुम्हारे बीच
बोलती आँखें ।
-0-
( हाइकु-काव्य विश्वकोश–लेखक, सम्पादक एवं संग्रहकर्ता–विद्यावाचस्पति डॉ भगवतशरण अग्रवाल)
सभी हाइकू एक से बढ़ कर एक …. लेकिन यह मन को विशेष रूप से भाये …
मौन तोड़ती / मेरे तुम्हारे बीच / बोलती आँखें
हवा के हाथों / पत्तों पे लिख भेजी / कब आओगे …. अद्भुत संयोजन … न रत्ती भर कम न रत्ती भर जादा …. इस हाइकू ने डॉ० शैल रस्तोगी की शैली की याद दिला दी …. रात लेटी है / अँधेरा बिछाकर / ओढे़ चाँदनी ….अँधियारे की / फलियाँ छीलती है / कोने में भोर
सादर
मंजु
By: Manju Mishra on जून 5, 2013
at 4:40 अपराह्न
sabhi haaiku badhiya …
By: अनुपमा त्रिपाठी on जून 5, 2013
at 7:07 अपराह्न
sabhi haiku acche lage ……badhiya
By: shashi purwar on जून 5, 2013
at 8:59 अपराह्न
sabhi haiku bhawpurn…sabhi rachnakaron ko saadar badhaayi
yah vishesh rup se man bhayi…
मौन तोड़ती
मेरे तुम्हारे बीच
बोलती आँखें ।
By: Rita Shekhar Madhu on जून 5, 2013
at 9:12 अपराह्न
बहुत सुन्दर हाइकु हैं सभी …
…
कली चटकी
सूखा फूल झरा
यही जीवन ।…जीवन के शाश्वत सत्य को कहता हाइकु मन को छू गया …बहुत बधाई
By: jyotsna sharma on जून 5, 2013
at 9:19 अपराह्न
प्रत्येक हाइकु बहुत सुन्दर सभी रचनाकारों को बधाई।
By: कृष्णा वर्मा on जून 5, 2013
at 9:37 अपराह्न
हर हाइकुकार को बधाई सुन्दर हाइकु के लिए…|
By: प्रियंका गुप्ता on जून 5, 2013
at 10:44 अपराह्न
अनेक भाव लिए सुंदर हाइकु। सभी रचनाकारों को बधाई!
By: सुशीला श्योराण शील on जून 8, 2013
at 11:47 अपराह्न
सभी हाइकु बहुत भावपूर्ण…
मौन तोड़ती
मेरे तुम्हारे बीच
बोलती आँखें ।
सभी हाइकुकारों को हार्दिक बधाई.
By: जेन्नी शबनम on जुलाई 14, 2013
at 2:23 पूर्वाह्न